आत्मज श्री वासुदेव सहाय।
राया, मथुरा।
पढ़ाई छोड़कर नमक सत्याग्रह काण्ड में भाग लिया और इसी सिलसिले में आगरा में 1930 में 6 मास कैद और 500 रुपये जुर्माने की सजा पायी।
भूतपूर्व सदस्य ज़िला कांग्रेस कमैटी, मथुरा।