"द्वारिकाधीश मन्दिर" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पंक्ति १४: | पंक्ति १४: | ||
चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-4.jpg|गुलाबी घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-4.jpg|गुलाबी घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] | ||
चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-5.jpg|हरी घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-5.jpg|हरी घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] | ||
− | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-6.jpg | + | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-6.jpg|काली घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] |
− | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-7.jpg | + | चित्र:Dwarikadish-Temple-Mathura-7.jpg|काली घटा, द्वारिकाधीश मन्दिर, [[मथुरा]] |
</gallery> | </gallery> | ||
{{Mathura temple}} | {{Mathura temple}} | ||
[[श्रेणी:दर्शनीय-स्थल कोश]] | [[श्रेणी:दर्शनीय-स्थल कोश]] |
०५:४२, ११ नवम्बर २००९ का अवतरण
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
द्वारिकाधीश मन्दिर / Dwarikadish Temple
मथुरा नगर के असिकुण्डा बाजार में स्थित यह मन्दिर अपने सांस्कृतिक वैभव कला एवं सौन्दर्य के लिए अनुपम है । ग्वालियर राज के कोषाध्यक्ष सेठ गोकुल दास पारीख ने इसका निर्माण 1814–15 में प्रारम्भ कराया, जिनकी मृत्यु पश्चात इनकी सम्पत्ति के उत्तराधिकारी सेठ लक्ष्मीचन्द्र ने मन्दिर का निर्माण कार्य पूर्ण कराया । वर्ष 1930 में सेवा पूजन के लिए यह मन्दिर पुष्टिमार्ग के आचार्य गिरधरलाल जी कांकरौली वालों को भेंट किया गया । तब से यहां पुष्टिमार्गीय प्रणालिका के अनुसार सेवा पूजा होती है । श्रावण के महीने में प्रति वर्ष यहां लाखों श्रृद्धालु सोने–चाँदी के हिंडोले देखने आते हैं ।
थंबनेल बनाने में त्रुटि हुई है: /bin/bash: /usr/local/bin/convert: No such file or directory Error code: 127