"पुष्य नक्षत्र" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
('{{menu}} ==पुष्य नक्षत्र / Pushya Nakshatra== यह नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
१३:३१, ३ मई २०१२ का अवतरण
पुष्य नक्षत्र / Pushya Nakshatra
यह नक्षत्र सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
अर्थ - पोषण
देव - बृहस्पति
- पुष्य नक्षत्र कर्क राशि के 3-20 अंश से 16-40 अंश तक है।
- इसे 'ज्योतिष्य और अमरेज्य' भी कहते हैं। अमरेज्य शब्द का अर्थ है- देवताओं का पूज्य।
- इस नक्षत्र का स्वामी ग्रह शनि है, पर इसके गुण गुरु के गुणों से अधिक मिलते हैं।
- पुष्य में बृहस्पति का व्रत और पूजन किया जाता है।
- पुष्य नक्षत्र के देवता शनि को माना जाता है।
- पीपल के पेड को पूष्य नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है और पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग पीपल वृक्ष की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में पीपल वृक्ष के पेड को भी लगाते है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|