"बच्छवन" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
आदित्य चौधरी (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - '[[श्रेणी:' to '[[category:') |
आदित्य चौधरी (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - '[[category' to '[[Category') |
||
पंक्ति ३: | पंक्ति ३: | ||
== बच्छवन / Bachchhvan== | == बच्छवन / Bachchhvan== | ||
यहां [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] ने ग्वालों और गौ–बछड़ों का अपहरण किया था । राजा वीर सिंह बुदेंला द्वारा निर्मित ब्रह्मकुण्ड तथा बिहारी जी का मन्दिर यहां स्थित है । इसके आगे गुजवन, [[भांडीरवन]], [[मांट]], [[बेलवन]] अथवा सेही, [[नरीसेमरी|नरी–सेमरी]], चौमुहां, जैत, छटीकरा, [[गरूड़ गोविन्द]] आदि स्थान पड़ते हैं, जहां से [[ब्रज]] चौरासी परिक्रमा के दौरान [[वृन्दावन]] पहुंच जाते हैं। | यहां [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] ने ग्वालों और गौ–बछड़ों का अपहरण किया था । राजा वीर सिंह बुदेंला द्वारा निर्मित ब्रह्मकुण्ड तथा बिहारी जी का मन्दिर यहां स्थित है । इसके आगे गुजवन, [[भांडीरवन]], [[मांट]], [[बेलवन]] अथवा सेही, [[नरीसेमरी|नरी–सेमरी]], चौमुहां, जैत, छटीकरा, [[गरूड़ गोविन्द]] आदि स्थान पड़ते हैं, जहां से [[ब्रज]] चौरासी परिक्रमा के दौरान [[वृन्दावन]] पहुंच जाते हैं। | ||
− | [[ | + | [[Category:कोश]] |
− | [[ | + | [[Category:दर्शनीय-स्थल कोश]] |
__INDEX__ | __INDEX__ |
०१:५९, ५ मार्च २०१० का अवतरण
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
बच्छवन / Bachchhvan
यहां ब्रह्माजी ने ग्वालों और गौ–बछड़ों का अपहरण किया था । राजा वीर सिंह बुदेंला द्वारा निर्मित ब्रह्मकुण्ड तथा बिहारी जी का मन्दिर यहां स्थित है । इसके आगे गुजवन, भांडीरवन, मांट, बेलवन अथवा सेही, नरी–सेमरी, चौमुहां, जैत, छटीकरा, गरूड़ गोविन्द आदि स्थान पड़ते हैं, जहां से ब्रज चौरासी परिक्रमा के दौरान वृन्दावन पहुंच जाते हैं।