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१२:५७, २ नवम्बर २०१३ के समय का अवतरण
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बच्छवन / Bachchhvan
यहाँ ब्रह्माजी ने ग्वालों और गौ–बछड़ों का अपहरण किया था। राजा वीर सिंह बुदेंला द्वारा निर्मित ब्रह्मकुण्ड तथा बिहारी जी का मन्दिर यहाँ स्थित है। इसके आगे गुजवन, भांडीरवन, मांट, बेलवन अथवा सेही, नरी–सेमरी, चौमुहां, जैत, छटीकरा, गरुड़ गोविन्द आदि स्थान पड़ते हैं, जहां से ब्रज चौरासी परिक्रमा के दौरान वृन्दावन पहुंच जाते हैं।