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[[वृन्दावन]] के इस प्रसिद्ध मन्दिर में श्री गोपाल भक्त गोस्वामी जी के उपास्य ठाकुर हैं । यहां श्री राधारमण जी, ललित त्रिभंगी मूर्ति के दर्शन हैं । 1599 विक्रम संवत वैशाख शुक्ला पूर्णिमा की बेला में शालिगराम से श्री गोपालभट्ट प्रेम वशीभूत हो ब्रजनिधि श्री राधारमण विग्रह के रूप में अवतरित हुए । | [[वृन्दावन]] के इस प्रसिद्ध मन्दिर में श्री गोपाल भक्त गोस्वामी जी के उपास्य ठाकुर हैं । यहां श्री राधारमण जी, ललित त्रिभंगी मूर्ति के दर्शन हैं । 1599 विक्रम संवत वैशाख शुक्ला पूर्णिमा की बेला में शालिगराम से श्री गोपालभट्ट प्रेम वशीभूत हो ब्रजनिधि श्री राधारमण विग्रह के रूप में अवतरित हुए । | ||
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१२:२५, ५ सितम्बर २००९ का अवतरण
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राधारमण जी का मन्दिर / Radha Raman Temple
वृन्दावन के इस प्रसिद्ध मन्दिर में श्री गोपाल भक्त गोस्वामी जी के उपास्य ठाकुर हैं । यहां श्री राधारमण जी, ललित त्रिभंगी मूर्ति के दर्शन हैं । 1599 विक्रम संवत वैशाख शुक्ला पूर्णिमा की बेला में शालिगराम से श्री गोपालभट्ट प्रेम वशीभूत हो ब्रजनिधि श्री राधारमण विग्रह के रूप में अवतरित हुए ।