"कणाद रहस्यवृत्ति" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
(नया पन्ना: {{Menu}} {{वैशेषिक दर्शन}} ==पद्मनाभ रचित कणाद रहस्यवृत्ति== *बलभद्र और वि...)
 
छो (Text replace - '[[श्रेणी:' to '[[category:')
पंक्ति ६: पंक्ति ६:
  
 
{{दर्शन शास्त्र}}
 
{{दर्शन शास्त्र}}
[[श्रेणी: कोश]]
+
[[category: कोश]]
 
[[Category:वैशेषिक दर्शन]]
 
[[Category:वैशेषिक दर्शन]]
[[श्रेणी: पौराणिक ग्रन्थ]]  
+
[[category: पौराणिक ग्रन्थ]]  
 
__INDEX__
 
__INDEX__

१७:५४, १५ फ़रवरी २०१० का अवतरण

पद्मनाभ रचित कणाद रहस्यवृत्ति

  • बलभद्र और विजयश्री के पुत्र, न्यायबोधिनीकार गोवर्धन मिश्र के ज्येष्ठ भ्राता, पद्मनाभ मिश्र (1600 ई.) द्वारा इस वृत्ति की रचना की गई।
  • किन्तु यह अभी तक अमुद्रित है।<balloon title="कणादरहस्याख्यावृत्ति की पाण्डुलिपि तंजाउर पुस्तकालय में उपलब्ध है।" style=color:blue>*</balloon>