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वेद
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1.मंत्र-संहिता
(कुल 4)
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2. शाखा
(कुल 1131, 13 उपलब्ध)
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3. ब्राह्मण-ग्रन्थ
(कुल 1131, उपलब्ध 14)
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4. आरण्यक
(उपलब्ध 6)
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5. उपनिषद
(कुल 1131, उपलब्ध 108)
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6. सूत्र-ग्रन्थ
(उपलब्ध 43)
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7. प्रातिशाख्य एवं अनुक्रमणिका
(उपलब्ध 16)
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ऋ ग्वे द
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ऋग्वेद मन्त्र-संहिता
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- ऐतरेय आरण्यक
- कौषीतकि आरण्यक
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- ऐतरेय उपनिषद
- आत्मबोध उपनिषद
- कौषीतकि उपनिषद
- निर्वाण उपनिषद
- सौभाग्यलक्ष्मी उपनिषद
- अक्षमालिक उपनिषद
- भवऋचा उपनिषद
- मुदगल उपनिषद
- त्रिपुरा उपनिषद
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- आश्वलायन श्रौतसूत्र
- शांखायन श्रौतसूत्र
- आश्वलायन गृह्यसूत्र
- शांखायन गृह्यसूत्र
- वसिष्ठ धर्मसूत्र
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- शांखायन प्रातिशाख्य
- बृहद प्रातिशाख्य
- आर्षानुक्रमणिका
- आश्वलायन प्रातिशाख्य
- छन्दोनुक्रमणिका
- ऋग्प्रातिशाख्य
- देवतानुक्रमणिका
- सर्वानुक्रमणिका
- अनुवाकानुक्रमणिका
- बृहद्वातानुक्रमणिका
- ऋग् विज्ञान
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य जु र्वे द
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शुक्ल यजुर्वेद
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यजुर्वेद मन्त्र- संहिता
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- शतपथब्राह्मण या काण्वब्राह्मण
- शतपथ (माध्यन्दिन) ब्राह्मण
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- अध्यात्म
- आद्यैतारक
- भिक्षु
- बृहदारण्यक
- ईशावस्य
- हंस
- जाबाल
- मंडल ब्राह्मण
- मंत्रिका
- मुक्तिका
- निरालम्बा
- पैंगल
- परमहंस
- सत्यायनी
- सुबाला
- तारासार
- त्रिशिखिब्राह्मण
- तूरीयातीतयाज्ञवल्क्य
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- कात्यायन श्रोतसूत्र
- पारस्कर श्रौतसूत्र
- विष्णु धर्मसूत्र
- पारस्कर गृह्यसूत्र
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- कात्यायन शुल्वसूत्र
- कात्यायनुक्रमणिका
- वाजसनेयि प्रातिशाख्य
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कृष्ण यजुर्वेद
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- तैत्तिरीय
- मैत्रायणी
- कठ
- कपिष्ठल
- श्वेताश्वतर
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- तैत्तिरीय ब्राह्मण
- मध्यवर्ती ब्राह्मण
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- तैत्तिरीय आरण्यक
- कठ आरण्यक
- मैत्रायणीय आरण्यक
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- अक्षि
- अमृतबिन्दु
- अमृतनाद
- अवधूत
- ब्रह्म
- ब्रह्मविद्या
- दक्षिणामूर्त
- ध्यानबिन्दू
- एकाक्षर
- गर्भ
- कैवल्य
- कालाग्निरुद्र
- कर
- कठ
- क्षुरिकोपनिषद
- नारायणो
- पंचब्रह्म
- प्राणाग्निहोत्र
- रुद्रहृदय
- सरस्वतीरहस्य
- सर्वासार
- शारीरिकोपनिषद
- स्कन्द
- शुकरहस्य
- श्वेताश्वतरोपनिषद
- तैत्तिरीयोपनिषद
- तेजोबिन्दु
- वराहोपनिषद
- योगकुण्डलिनी
- योगशिखा
- योगतत्त्व
- कलिसंतरणोपनिषद
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- आपस्तम्ब श्रौतसूत्र
- आपस्तम्बगृह्यसूत्र
- हिरण्यकेशीय श्रौतसूत्र
- बौधायन गृह्यसूत्र
- बौधायन श्रौतसूत्र
- वैखानस गृह्यसूत्र
- भरद्वज श्रौतसूत्र
- हिरण्यकेशीय गृह्यसूत्र
- वैखानस श्रौतसूत्र
- मानव धर्म-सूत्र
- बाधूल श्रौतसूत्र
- काठक धर्मसूत्र
- आपस्तम्व धर्मसूत्र
- वराह श्रौतसूत्र
- बौधायन धर्मसूत्र
- मानव गृह्यसूत्र
- वैखानस धर्मसूत्र
- काठक गृह्यसूत्र
- हिरण्यकेशीय धर्मसूत्र
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सा म वे द
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सामवेद मन्त्र-संहिता
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- ताण्ड्य ब्राह्मण
- षडविश ब्राह्मण
- सामविधान ब्राह्मण
- आर्षेय ब्राह्मण
- मंत्र ब्राह्मण
- देवताध्यानम् ब्राह्मण
- वंश ब्राह्मण
- संहितोपनिषद ब्राह्मण
- जैमिनीय ब्राह्मण
- जैमिनीय उपनिषद ब्राह्मण
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- आरुणि उपनिषद
- दर्शनोपनिषद
- जाबालदर्शनोपनिषद
- जाबालि उपनिषद
- केनोपनिषद
- महात्संन्यासोपनिषद
- मैत्रेयीउपनिषद
- मैत्रायणी उपनिषद
- अव्यक्तोपनिषद
- छान्दोग्योपनिषद
- रुद्राक्षजाबालोपनिषद
- सावित्र्योपनिषद
- वज्रसूचिकोपनिषद
- वासुदेवोपनिषद
- चूड़ामणि उपनिषद
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- मसकसूत्र
- लाट्यायन सूत्र
- खदिर श्रौतसूत्र
- जैमिनीय गृह्यसूत्र
- गोभिल गृह्यसूत्र
- खदिर गृह्यसूत्र
- गौतम धर्मसूत्र
- द्राह्यायण गृह्यसूत्र
- द्राह्यायण धर्मसूत्र
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अ थ र्व वे द
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अथर्ववेद मन्त्र-संहिता
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- अन्नपूर्णा
- अथर्वशिरा
- अथर्वशिखा
- आत्मोपनिरूषद
- भावनोपनिषद
- भस्मोपनिषद
- बृहज्जाबालोपनिषद
- देवी
- दत्तात्रेय
- गणपति
- गरुडोपनिषद
- गोपालतापनी
- ह्यग्रीव
- कृष्ण
- महानारायण
- माण्ड्क्य
- महावाक्य
- मुण्डकोपनिषद
- नारदपरिक्रजक
- नृसिंहतापनी
- परब्रह्म
- परमहंस परिव्राजक
- पशुपत
- रामतापनीय
- शाण्डिल्य
- शरभ
- सूर्य
- सीता
- राम-रहस्य
- त्रिपुरातापिन्युपनिषद
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- वैतान श्रौतसूत्र
- कौशिक गृह्यसूत्र
- वराह गृह्यसूत्र
- वैखानस गृह्यसूत्र
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