"वैकुण्ठ तीर्थ" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
छो (Text replace - '[[श्रेणी:' to '[[category:')
छो (Text replace - '[[category' to '[[Category')
पंक्ति ७: पंक्ति ७:
 
<br />
 
<br />
 
{{यमुना के घाट}}
 
{{यमुना के घाट}}
[[category:दर्शनीय-स्थल कोश]]
+
[[Category:दर्शनीय-स्थल कोश]]
[[category:धार्मिक स्थल]]  
+
[[Category:धार्मिक स्थल]]  
[[category:कोश]]
+
[[Category:कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

०४:२०, ५ मार्च २०१० का अवतरण

वैकुण्ठ तीर्थ / Vaikunth Tirth

वैकुण्ठतीर्थें य: स्नाति मुच्यते सर्वपातके: ।
सर्वपापविनिर्मुक्तो विष्णुलोकं स गच्छति ॥

जो व्यक्ति वैकुण्ठ तीर्थ में स्नान करता है वह सभी प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है और वह व्यक्ति सर्वप्रकार के पापों से मुक्त होकर विष्णुलोक को चला जाता है ।
साँचा:यमुना के घाट