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०८:२९, १० नवम्बर २०१० के समय का अवतरण
विवरण | हरियाली तीज Hariyali Teej |
दिनांक | वर्ष - 2009 |
प्रयोग अनुमति | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को श्रावणी तीज कहते हैं। जनमानस में यह हरियाली तीज के नाम से जानी जाती है। यह मुख्यत: स्त्रियों का त्योहार है। इस समय जब प्रकृति चारों तरफ हरियाली की चादर सी बिछा देती है तो प्रकृति की इस छटा को देखकर मन पुलकित होकर नाच उठता है। जगह-जगह झूले पड़ते हैं। स्त्रियों के समूह गीत गा-गाकर झूला झूलते हैं। |
फ़ाइल का इतिहास
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दिनांक/समय | अंगूठाकार प्रारूप | आकार | प्रयोक्ता | टिप्पणी | |
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वर्तमान | ०८:३५, ११ नवम्बर २००९ | ३,५९७ × २,२८६ (३.३ MB) | Gaurav (चर्चा | योगदान) |
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फ़ाइल का उपयोग
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- अक्षयफलावाप्ति
- अगस्त्यार्ध्यदान
- अग्नि व्रत
- अघोर चतुर्थी
- अच्युत व्रत
- अड़िगरा व्रत
- अड़्गारक चतुर्थी
- अतिविजया एकादशी
- अदारिद्र्य षष्ठी
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- अनन्त तृतीया
- अनन्त द्वादशी
- अमावास्या
- अम्बुवाची
- अम्बुवासी मेला
- अर्क सप्तमी
- अलवण तृतीया
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- आद्रदिर्शन
- आद्रनिन्दकरी तृतीया
- आन्दोलन व्रत
- आलेख्यसर्प पंचमी
- आशा दशमी
- आशादित्य व्रत
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- इन्दु व्रत
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- इन्द्र व्रत
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- ओणम
- कार्तिक स्नान
- कालरात्रि सप्तम
- जखैइया मेला
- झूले
- तीज का मेला जयपुर
- दमन कारोपण
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- दशरथ चतुर्थी
- दशरथललिता व्रत
- दानाफल व्रत
- दाम्पत्या अष्टमी
- दारिद्रच्यहरण षष्ठी
- दिनक्षय
- दिवाकर व्रत
- दूर्वा
- दूर्वा अष्टमी
- दूर्वागणपति व्रत
- दूर्वात्रिरात्र व्रत
- देवशयनी एकादशी
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- द्राक्षा भक्षण
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- द्वादशसप्तमी व्रत
- द्वादशाह सप्तमी
- द्वादशाहयज्ञ फलावाप्ति तृतीया
- द्वादशी व्रत
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- पापमोचनी एकादशी
- पोंगल
- भातृ द्वितीया
- भूत महोत्सव
- भूतमात्र्युत्सव
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- मत्स्य जयन्ती
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- महा चतुर्थी
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- महागौरी अष्टम
- महावीर जयन्ती
- मांगल्य सप्तमी
- माघ सप्तमी
- माघ स्नान
- यमदीप दान
- वामन द्वादशी
- विहार पंचमी
- शब-ए-बरात
- श्रावण पूर्णिमा
- सत्यनारायण व्रत कथा
- स्कन्दमाता पंचम
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