"गोविन्ददास" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
(नया पृष्ठ: {{menu}}<br /> ==गोविंददास / Govind Das== वल्ल्भ संप्रदाय (पुष्टिमार्ग) के आठ कविय...) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - " ।" to "।") |
||
(६ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के १० अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
− | {{menu}} | + | {{menu}} |
+ | {{incomplete}} | ||
==गोविंददास / Govind Das== | ==गोविंददास / Govind Das== | ||
− | + | वल्ल्भ संप्रदाय (पुष्टिमार्ग) के आठ कवियों ([[अष्टछाप]] कवि) में एक। जिन्होंने भगवान श्री [[कृष्ण]] की विभिन्न लीलाओं का अपने पदों में वर्णन किया। गोविंद दास जी का एक पद | |
− | श्री वल्लभ चरण लग्यो चित | + | श्री वल्लभ चरण लग्यो चित मेरो। इन बिन और कछु नहीं भावे, इन चरनन को चेरो ॥1॥ <br /> |
− | इन छोड और जो ध्यावे सो मूरख | + | इन छोड और जो ध्यावे सो मूरख घनेरो। गोविन्द दास यह निश्चय करि सोहि ज्ञान भलेरो ॥2॥ |
− | [[ | + | ==सम्बंधित लिंक== |
− | [[ | + | {{कवि}} |
+ | [[Category:कोश]] | ||
+ | [[Category:कवि]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
१२:४६, २ नवम्बर २०१३ के समय का अवतरण
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
गोविंददास / Govind Das
वल्ल्भ संप्रदाय (पुष्टिमार्ग) के आठ कवियों (अष्टछाप कवि) में एक। जिन्होंने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का अपने पदों में वर्णन किया। गोविंद दास जी का एक पद
श्री वल्लभ चरण लग्यो चित मेरो। इन बिन और कछु नहीं भावे, इन चरनन को चेरो ॥1॥
इन छोड और जो ध्यावे सो मूरख घनेरो। गोविन्द दास यह निश्चय करि सोहि ज्ञान भलेरो ॥2॥
सम्बंधित लिंक
|