प्रयाग कुण्ड
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित १२:५७, २ नवम्बर २०१३ का अवतरण (Text replace - " ।" to "।")
पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार कर सकते हैं। हिंदी (देवनागरी) टाइप की सुविधा संपादन पन्ने पर ही उसके नीचे उपलब्ध है। |
प्रयाग कुण्ड / Prayag Kund
तीर्थराज प्रयाग ने यहाँ श्री कृष्ण की आराधना की थी। प्रयाग और पुष्कर ये दोनों कुण्ड एक साथ हैं।
सम्बंधित लिंक