"गीता 3:22" के अवतरणों में अंतर
Deepak Sharma (चर्चा | योगदान) |
Deepak Sharma (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति २८: | पंक्ति २८: | ||
|- | |- | ||
| style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" | | | style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" | | ||
− | पार्थ = हे अर्जुन (यद्यपि) ; मे = मुझे ; त्रिषु = तीनों ; लोकेषु = लोकोंमें ; किंचन = कुछ भी ; कर्तव्यम् = कर्तव्य ; न = नहीं ; अस्ति = है ; च = तथा ; अवाप्तव्यम् = प्राप्त होने योग्य वस्तु ; अनावाप्तम् = अप्राप्त ; न = नहीं है (तो भी मैं) ; कर्मणि = कर्ममें ; एव = ही ; वर्ते = बर्तता हूं ; | + | पार्थ = हे [[अर्जुन]] (यद्यपि) ; मे = मुझे ; त्रिषु = तीनों ; लोकेषु = लोकोंमें ; किंचन = कुछ भी ; कर्तव्यम् = कर्तव्य ; न = नहीं ; अस्ति = है ; च = तथा ; अवाप्तव्यम् = प्राप्त होने योग्य वस्तु ; अनावाप्तम् = अप्राप्त ; न = नहीं है (तो भी मैं) ; कर्मणि = कर्ममें ; एव = ही ; वर्ते = बर्तता हूं ; |
|- | |- | ||
|} | |} |
१३:१८, ८ अक्टूबर २००९ का अवतरण
गीता अध्याय-3 श्लोक-22 / Gita Chapter-3 Verse-22
|
अध्याय तीन श्लोक संख्या Verses- Chapter-3 |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14, 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 |
<sidebar>
- सुस्वागतम्
- mainpage|मुखपृष्ठ
- ब्लॉग-चिट्ठा-चौपाल|ब्लॉग-चौपाल
- विशेष:Contact|संपर्क
- समस्त श्रेणियाँ|समस्त श्रेणियाँ
- SEARCH
- LANGUAGES
__NORICHEDITOR__
- गीता अध्याय-Gita Chapters
- गीता 1:1|अध्याय [1] Chapter
- गीता 2:1|अध्याय [2] Chapter
- गीता 3:1|अध्याय [3] Chapter
- गीता 4:1|अध्याय [4] Chapter
- गीता 5:1|अध्याय [5] Chapter
- गीता 6:1|अध्याय [6] Chapter
- गीता 7:1|अध्याय [7] Chapter
- गीता 8:1|अध्याय [8] Chapter
- गीता 9:1|अध्याय [9] Chapter
- गीता 10:1|अध्याय [10] Chapter
- गीता 11:1|अध्याय [11] Chapter
- गीता 12:1|अध्याय [12] Chapter
- गीता 13:1|अध्याय [13] Chapter
- गीता 14:1|अध्याय [14] Chapter
- गीता 15:1|अध्याय [15] Chapter
- गीता 16:1|अध्याय [16] Chapter
- गीता 17:1|अध्याय [17] Chapter
- गीता 18:1|अध्याय [18] Chapter
</sidebar>