"जयमंगला" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
(नया पन्ना: {{Menu}} {{सांख्य दर्शन}} ==जयमंगला== *यद्यपि इसके रचनाकाल के बारे में भी अ...)
 
 
पंक्ति १: पंक्ति १:
 
{{Menu}}
 
{{Menu}}
{{सांख्य दर्शन}}
 
 
==जयमंगला==
 
==जयमंगला==
 
*यद्यपि इसके रचनाकाल के बारे में भी अनिश्चय की स्थिति है, तथापि विभिन्न निष्कर्षों के आधार पर इसका रचनाकाल 600 ई. या इसके बाद माना गया<balloon title="(19वीं कारिका पर युक्तिदीपिका,पृष्ठ 371 )" style=color:blue>*</balloon>है।  
 
*यद्यपि इसके रचनाकाल के बारे में भी अनिश्चय की स्थिति है, तथापि विभिन्न निष्कर्षों के आधार पर इसका रचनाकाल 600 ई. या इसके बाद माना गया<balloon title="(19वीं कारिका पर युक्तिदीपिका,पृष्ठ 371 )" style=color:blue>*</balloon>है।  
पंक्ति ६: पंक्ति ५:
 
*गोपीनाथ कविराज के अनुसार इसके रचयिता बौद्ध थे। रचयिता का नाम शंकर (शंकराचार्य या शंकरार्य) है। ये गोविन्द आचार्य के शिष्य थे- ऐसा जयमंगला के अन्त में उपलब्ध वाक्य से ज्ञात होता है।  
 
*गोपीनाथ कविराज के अनुसार इसके रचयिता बौद्ध थे। रचयिता का नाम शंकर (शंकराचार्य या शंकरार्य) है। ये गोविन्द आचार्य के शिष्य थे- ऐसा जयमंगला के अन्त में उपलब्ध वाक्य से ज्ञात होता है।  
 
*जयमंगला भी सांख्यकारिका की व्याख्या है।  
 
*जयमंगला भी सांख्यकारिका की व्याख्या है।  
 
+
==सम्बंधित लिंक==
 +
{{सांख्य दर्शन2}}
 +
{{सांख्य दर्शन}}
  
 
[[Category:कोश]]
 
[[Category:कोश]]
 
[[Category:सांख्य दर्शन]]
 
[[Category:सांख्य दर्शन]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

०७:४१, ९ जुलाई २०१० के समय का अवतरण

जयमंगला

  • यद्यपि इसके रचनाकाल के बारे में भी अनिश्चय की स्थिति है, तथापि विभिन्न निष्कर्षों के आधार पर इसका रचनाकाल 600 ई. या इसके बाद माना गया<balloon title="(19वीं कारिका पर युक्तिदीपिका,पृष्ठ 371 )" style=color:blue>*</balloon>है।
  • उदयवीर शास्त्री इसे 600 ई. तक लिखा जा चुका मानते हैं<balloon title="सां. द. इ. पृ. 453" style=color:blue>*</balloon>।
  • गोपीनाथ कविराज के अनुसार इसके रचयिता बौद्ध थे। रचयिता का नाम शंकर (शंकराचार्य या शंकरार्य) है। ये गोविन्द आचार्य के शिष्य थे- ऐसा जयमंगला के अन्त में उपलब्ध वाक्य से ज्ञात होता है।
  • जयमंगला भी सांख्यकारिका की व्याख्या है।

सम्बंधित लिंक