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०९:५०, ५ जनवरी २०१० का अवतरण
गीता अध्याय-2 श्लोक-23/ Gita Chapter-2 Verse-23
नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारूत: ।।23।।
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इस आत्मा को शस्त्रादि नहीं काट सकते, इसको आग नहीं जला सकती, इसको जल नहीं गला सकता और वायु नहीं सुखा सकता ।।23।।
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Weapons cannot cut it, nor can fire burn it; water cannot wet it nor can wind dry it.(23)
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एनम् = इस आत्माको ; शस्त्राणि = शस्त्रादि ; न = नहीं ; छिन्दन्दि = काट सकते हैं ; (और) ; एनम् =इसको ; पावक: = आग ; क्लेदयन्ति = गीला कर सकते हैं ; च = और ; दहति = जला सकती है (तथा) ; एनम् = इसको ; आप: = जल ; न = नहीं ; मारूत: = वायु ; शोषयति = सुखा सकता है|
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