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०८:१९, १९ मार्च २०१० का अवतरण
गीता अध्याय-7 श्लोक-9 / Gita Chapter-7 Verse-9
पुण्यो गन्ध: पृथिव्यां च तेजश्चास्मि विभावसौ ।
जीवनं सर्वभूतेषु तपश्चास्मि तपस्विषु ।।9।।
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मैं पृथ्वी में पवित्र गन्ध और अग्नि में तेज हूँ तथा सम्पूर्ण भूतों में उनका जीवन हूँ और तपस्वियों में तप हूँ ।।9।।
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I am the pure odour the subtle principle of odour in the earth and the brilliance in fire; nay, I am the life in all beings and the austerity in men of askesis. (9)
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पृथिव्याम् = पृथिवी में;पुण्य: = पवित्र; गन्ध: =गन्ध; विभावसौ = अग्नि में;तेज: = तेज; अस्मि = हूं; सर्वभूतेषु = संपूर्ण भूतों में (उनका); जीवनम् = जीवन हूं अर्थात् जिससे वे जीते हैं वह मैं हूं; तपस्विषु = तपस्वियों में; तप: =तप; अस्मि = हूं
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