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'''अष्टमोऽध्याय प्रसंग-''' | '''अष्टमोऽध्याय प्रसंग-''' | ||
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− | 'अक्षर' और ' | + | 'अक्षर' और 'ब्रह्म' दोनों शब्द भगवान् के सगुण और निर्गुण दोनों ही स्वरूपों के वाचक है (8|3,11,21,24) तथा भगवान् का नाम 'ऊँ' है उसे भी 'अक्षर' और 'ब्रह्म' कहते हैं (8।13) । इस अध्याय में भगवान् के सगुण-निर्गुण रूप का और ओंकार का वर्णन है, इसलिये इस अध्याय का नाम 'अक्षर ब्रह्रायोग' रखा गया है । |
'''प्रसंग-''' | '''प्रसंग-''' | ||
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− | भगवान् को जानने की बात का रहस्य | + | भगवान् को जानने की बात का रहस्य भली-भाँति न समझने के कारण इस आठवें अध्याय के आरम्भ में पहले दो श्लोकों में <balloon link="index.php?title=अर्जुन" title="महाभारत के मुख्य पात्र है। पाण्डु एवं कुन्ती के वह तीसरे पुत्र थे । अर्जुन सबसे अच्छा धनुर्धर था। वो द्रोणाचार्य का शिष्य था। द्रौपदी को स्वयंवर मे जीतने वाला वो ही था। |
+ | ¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤">अर्जुन</balloon> उपर्युक्त सातों विषयों को समझने के लिये भगवान से सात प्रश्न करते हैं | ||
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'''अर्जुन उवाच'''<br/> | '''अर्जुन उवाच'''<br/> | ||
− | '''किं तद्ब्रह्रा किमध्यात्मं किं कर्म | + | '''किं तद्ब्रह्रा किमध्यात्मं किं कर्म पुरुषोत्तम् ।'''<br/> |
'''अधिभूतं च किं प्रोक्तमधिदैवं किमुच्यते ।।1।।''' | '''अधिभूतं च किं प्रोक्तमधिदैवं किमुच्यते ।।1।।''' | ||
</div> | </div> | ||
पंक्ति २८: | पंक्ति २९: | ||
'''अर्जुन ने कहा –''' | '''अर्जुन ने कहा –''' | ||
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− | हे | + | हे <balloon title="मधुसूदन, केशव, पुरुषोत्तम, वासुदेव, माधव, जनार्दन और वार्ष्णेय सभी भगवान् कृष्ण का ही सम्बोधन है।" style="color:green">पुरुषोत्तम</balloon> ! वह ब्रह्म क्या है ? अध्यात्म क्या है ? कर्म क्या है ? अधिभूत नाम से क्या कहा गया है और अधिदैव किसको कहते हैं ।।1।। |
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | | style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | ||
− | ''' | + | '''Arjuna, said:''' |
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− | Krishna, what is that Brahma (Absolute), what is Adhyatma (Spirit), and what is Karma (Action) ? What is called Adhibhuta (matter) and what is termed as Adhidaiva (divine intelligence) (1) | + | Krishna, what is that Brahma (Absolute), what is Adhyatma (Spirit), and what is Karma (Action) ? What is called Adhibhuta (matter) and what is termed as Adhidaiva (divine intelligence)? (1) |
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− | + | पुरुषोत्तम = हे पुरुषोत्तम ; तत् = (जिसका आपने वर्णन किया) वह ; ब्रह्म = ब्रह्म ; किम् = क्या है (और) ; अध्यात्मम् = अध्यात्म ; किम् = क्या है (तथा) ; कर्म = कर्म ; किम् = क्या है ; च = और ; अधिभूतम् = अधिभूत (नाम से) ; किम् = क्या ; प्रोक्तम् = कहा गया है (तथा) ; अधिदैवम् = अधिदैव (नाम से) ; किम् = क्या ; उच्यते = कहा जाता है ; | |
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१२:४९, २१ मार्च २०१० के समय का अवतरण
गीता अध्याय-8 श्लोक-1 / Gita Chapter-8 Verse-1
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