"गीता 4:15" के अवतरणों में अंतर

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
(नया पृष्ठ: {{menu}}<br /> <table class="gita" width="100%" align="left"> <tr> <td> ==गीता अध्याय-4 श्लोक-15 / Gita Chapter-4 Verse-15== {| width="80%"...)
 
छो (Text replace - '<td> {{महाभारत}} </td> </tr> <tr> <td> {{गीता2}} </td>' to '<td> {{गीता2}} </td> </tr> <tr> <td> {{महाभारत}} </td>')
 
(४ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के ८ अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति १: पंक्ति १:
{{menu}}<br />
+
{{menu}}
 
<table class="gita" width="100%" align="left">
 
<table class="gita" width="100%" align="left">
 
<tr>
 
<tr>
पंक्ति १०: पंक्ति १०:
 
<div align="center">
 
<div align="center">
 
'''एवं ज्ञात्वा कृतं पूर्वैरपि मुमुक्षुभि: ।'''<br/>
 
'''एवं ज्ञात्वा कृतं पूर्वैरपि मुमुक्षुभि: ।'''<br/>
'''कुरू कर्मैव तस्मात्त्वं पूर्वै: पूर्वतरं कृतम् ।।15।।'''
+
'''कुरु कर्मैव तस्मात्त्वं पूर्वै: पूर्वतरं कृतम् ।।15।।'''
 
</div>
 
</div>
 
----
 
----
पंक्ति २०: पंक्ति २०:
 
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"|
 
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"|
 
----
 
----
पूर्वकाल के मुमुक्षुओं ने भी इस प्रकार जानकर ही कर्म किये हैं । इसलिये तू भी पूर्वजों द्वारा सदा से किये जाने वाले कर्मों को ही कर ।।15।।  
+
पूर्वकाल के मुमुक्षुओं ने भी इस प्रकार जानकर ही कर्म किये हैं। इसलिये तू भी पूर्वजों द्वारा सदा से किये जाने वाले कर्मों को ही कर ।।15।।  
  
 
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"|
 
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"|
पंक्ति ३१: पंक्ति ३१:
 
|-
 
|-
 
| style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" |
 
| style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" |
पूर्वै: = पहिले होने वाले; मुमक्षुभि: =मुमुक्ष पुरूषों द्वारा; अपि = भी; एवम् = इस प्रकार; ज्ञात्वा = जानकर (ही) कर्म = कर्म; कृतम् = किया गया है; तत्मात् = इससे; त्वम् = तूं (भी); पूर्वैं: =पूर्वजों द्वारा; पूर्वतरम् कृतम् = सदा से किये हुए; कर्म = कर्म को; एव = ही; कुरू = कर  
+
पूर्वै: = पहिले होने वाले; मुमक्षुभि: =मुमुक्ष पुरुषों द्वारा; अपि = भी; एवम् = इस प्रकार; ज्ञात्वा = जानकर (ही) कर्म = कर्म; कृतम् = किया गया है; तत्मात् = इससे; त्वम् = तूं (भी); पूर्वैं: =पूर्वजों द्वारा; पूर्वतरम् कृतम् = सदा से किये हुए; कर्म = कर्म को; एव = ही; कुरु = कर  
 
|-
 
|-
 
|}
 
|}
 
</td>
 
</td>
 
</tr>
 
</tr>
</table>
+
<tr>
 +
<td>
 
<br />
 
<br />
 
<div align="center" style="font-size:120%;">'''[[गीता 4:14|<= पीछे Prev]] | [[गीता 4:16|आगे Next =>]]'''</div>  
 
<div align="center" style="font-size:120%;">'''[[गीता 4:14|<= पीछे Prev]] | [[गीता 4:16|आगे Next =>]]'''</div>  
 +
</td>
 +
</tr>
 +
<tr>
 +
<td>
 
<br />
 
<br />
 
{{गीता अध्याय 4}}
 
{{गीता अध्याय 4}}
 +
</td>
 +
</tr>
 +
<tr>
 +
<td>
 
{{गीता अध्याय}}
 
{{गीता अध्याय}}
[[category:गीता]]
+
</td>
 +
</tr>
 +
<tr>
 +
<td>
 +
{{गीता2}}
 +
</td>
 +
</tr>
 +
<tr>
 +
<td>
 +
{{महाभारत}}
 +
</td>
 +
</tr>
 +
</table>
 +
[[Category:गीता]]
 +
__INDEX__

१२:३६, २१ मार्च २०१० के समय का अवतरण

गीता अध्याय-4 श्लोक-15 / Gita Chapter-4 Verse-15


एवं ज्ञात्वा कृतं पूर्वैरपि मुमुक्षुभि: ।
कुरु कर्मैव तस्मात्त्वं पूर्वै: पूर्वतरं कृतम् ।।15।।




पूर्वकाल के मुमुक्षुओं ने भी इस प्रकार जानकर ही कर्म किये हैं। इसलिये तू भी पूर्वजों द्वारा सदा से किये जाने वाले कर्मों को ही कर ।।15।।


Having known thus, action was performed even by the ancient seekers for liberation; therefore, you also perform such action as have been performed by the ancients from the beginning by the ancients from the beginning of time.(15)


पूर्वै: = पहिले होने वाले; मुमक्षुभि: =मुमुक्ष पुरुषों द्वारा; अपि = भी; एवम् = इस प्रकार; ज्ञात्वा = जानकर (ही) कर्म = कर्म; कृतम् = किया गया है; तत्मात् = इससे; त्वम् = तूं (भी); पूर्वैं: =पूर्वजों द्वारा; पूर्वतरम् कृतम् = सदा से किये हुए; कर्म = कर्म को; एव = ही; कुरु = कर



अध्याय चार श्लोक संख्या
Verses- Chapter-4

1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29, 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42

<sidebar>

  • सुस्वागतम्
    • mainpage|मुखपृष्ठ
    • ब्लॉग-चिट्ठा-चौपाल|ब्लॉग-चौपाल
      विशेष:Contact|संपर्क
    • समस्त श्रेणियाँ|समस्त श्रेणियाँ
  • SEARCH
  • LANGUAGES

__NORICHEDITOR__

  • गीता अध्याय-Gita Chapters
    • गीता 1:1|अध्याय [1] Chapter
    • गीता 2:1|अध्याय [2] Chapter
    • गीता 3:1|अध्याय [3] Chapter
    • गीता 4:1|अध्याय [4] Chapter
    • गीता 5:1|अध्याय [5] Chapter
    • गीता 6:1|अध्याय [6] Chapter
    • गीता 7:1|अध्याय [7] Chapter
    • गीता 8:1|अध्याय [8] Chapter
    • गीता 9:1|अध्याय [9] Chapter
    • गीता 10:1|अध्याय [10] Chapter
    • गीता 11:1|अध्याय [11] Chapter
    • गीता 12:1|अध्याय [12] Chapter
    • गीता 13:1|अध्याय [13] Chapter
    • गीता 14:1|अध्याय [14] Chapter
    • गीता 15:1|अध्याय [15] Chapter
    • गीता 16:1|अध्याय [16] Chapter
    • गीता 17:1|अध्याय [17] Chapter
    • गीता 18:1|अध्याय [18] Chapter

</sidebar>