"गीता 2:16" के अवतरणों में अंतर
छो (Text replace - '<td> {{महाभारत}} </td> </tr> <tr> <td> {{गीता2}} </td>' to '<td> {{गीता2}} </td> </tr> <tr> <td> {{महाभारत}} </td>') |
|||
(५ सदस्यों द्वारा किये गये बीच के ९ अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति १: | पंक्ति १: | ||
− | {{menu}} | + | {{menu}} |
<table class="gita" width="100%" align="left"> | <table class="gita" width="100%" align="left"> | ||
<tr> | <tr> | ||
पंक्ति ९: | पंक्ति ९: | ||
'''प्रसंग-''' | '''प्रसंग-''' | ||
---- | ---- | ||
− | पूर्व श्लोक में जिस 'सत्' तत्व के लिये यह कहा गया है कि 'उसका अभाव नहीं है, वह 'सत्' तत्व क्या है- इस जिज्ञासा पर कहते हैं- | + | पूर्व श्लोक में जिस 'सत्' तत्व के लिये यह कहा गया है कि 'उसका अभाव नहीं है', वह 'सत्' तत्व क्या है- इस जिज्ञासा पर कहते हैं- |
---- | ---- | ||
<div align="center"> | <div align="center"> | ||
− | + | '''नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सत: ।'''<br/> | |
− | + | '''उभयोरपि दृष्टोऽन्तस्त्वनयोस्तत्त्वदर्शिभि: ।।16।।''' | |
</div> | </div> | ||
---- | ---- | ||
पंक्ति २३: | पंक्ति २३: | ||
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | | style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | ||
---- | ---- | ||
− | असत् वस्तु की तो सत्ता नहीं है और सत् का अभाव नहीं है । इस प्रकार इन दोनों को ही तत्त्वज्ञानी | + | असत् वस्तु की तो सत्ता नहीं है और सत् का अभाव नहीं है । इस प्रकार इन दोनों को ही तत्त्वज्ञानी पुरुषों द्वारा देखा गया है ।।16।। |
| style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | | style="width:50%; font-size:120%;padding:10px;" valign="top"| | ||
पंक्ति ३४: | पंक्ति ३४: | ||
|- | |- | ||
| style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" | | | style="width:100%;text-align:center; font-size:110%;padding:5px;" valign="top" | | ||
− | असत: = असत् (वस्तु) का तो ; विद्यते = है ; तु = और ; सत: = सतका ; अभाव: अभाव ; न = नहीं ; विद्यते = है (इस प्रकार) ; भाव: = अस्तित्व ; न = नहीं ; अनयो: = इन ; उभयो: = दोनोंका ; अपि = ही ; अन्त: = तत्व ; तत्वदर्शिभि: = ज्ञानी | + | असत: = असत् (वस्तु) का तो ; विद्यते = है ; तु = और ; सत: = सतका ; अभाव: अभाव ; न = नहीं ; विद्यते = है (इस प्रकार) ; भाव: = अस्तित्व ; न = नहीं ; अनयो: = इन ; उभयो: = दोनोंका ; अपि = ही ; अन्त: = तत्व ; तत्वदर्शिभि: = ज्ञानी पुरुषोंद्वारा ; दष्ट: = देखा गया है; |
|- | |- | ||
|} | |} | ||
</td> | </td> | ||
</tr> | </tr> | ||
− | </ | + | <tr> |
+ | <td> | ||
+ | <br /> | ||
+ | <div align="center" style="font-size:120%;">'''[[गीता 2:15|<= पीछे Prev]] | [[गीता 2:17|आगे Next =>]]'''</div> | ||
+ | </td> | ||
+ | </tr> | ||
+ | <tr> | ||
+ | <td> | ||
+ | <br /> | ||
{{गीता अध्याय 2}} | {{गीता अध्याय 2}} | ||
+ | </td> | ||
+ | </tr> | ||
+ | <tr> | ||
+ | <td> | ||
{{गीता अध्याय}} | {{गीता अध्याय}} | ||
− | [[ | + | </td> |
+ | </tr> | ||
+ | <tr> | ||
+ | <td> | ||
+ | {{गीता2}} | ||
+ | </td> | ||
+ | </tr> | ||
+ | <tr> | ||
+ | <td> | ||
+ | {{महाभारत}} | ||
+ | </td> | ||
+ | </tr> | ||
+ | </table> | ||
+ | [[Category:गीता]] | ||
+ | __INDEX__ |
१२:३३, २१ मार्च २०१० के समय का अवतरण
गीता अध्याय-2 श्लोक-16 / Gita Chapter-2 Verse-16
|
||||||||
|
||||||||
|
||||||||
<sidebar>
__NORICHEDITOR__
</sidebar> |
||||||||
|
||||||||