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==शिव ताल / Shiv Taal==
 
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==वास्तु==
 
==वास्तु==
यह चतुर्भुज आकार का कुण्ड 50 फ़ीट गहरा है । यह ऊँची दीवारों से घिरा हुआ है जिसके चारों कोनों पर छतरीनुमा छज्जे हैं, छोटा मेहराबदार दरवाज़ा है । तीन तरफ दीवारों के बीच में बंगलाधार छत है । चौथी तरफ पशुओं के पानी पीने के लिए ढलान है । कुण्ड के चारों तरफ दो-दो तक्षित तोरणपथ हैं जिनकी सीढ़ियाँ कुण्ड के बीच में उतरती हैं ।
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यह चतुर्भुज आकार का कुण्ड 50 फ़ीट गहरा है। यह ऊँची दीवारों से घिरा हुआ है जिसके चारों कोनों पर छतरीनुमा छज्जे हैं, छोटा मेहराबदार दरवाज़ा है। तीन तरफ दीवारों के बीच में बंगलाधार छत है। चौथी तरफ पशुओं के पानी पीने के लिए ढलान है। कुण्ड के चारों तरफ दो-दो तक्षित तोरणपथ हैं जिनकी सीढ़ियाँ कुण्ड के बीच में उतरती हैं।
 
==वीथिका==
 
==वीथिका==
 
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१३:०५, २ नवम्बर २०१३ के समय का अवतरण

स्थानीय सूचना
शिव ताल

Shiv-Taal-Mathura.jpg
मार्ग स्थिति: शिव ताल गुरु नानक नगर, परिक्रमा मार्ग, मथुरा में स्थित है।
आस-पास: मथुरा संग्रहालय, मथुरा रेलवे स्टेशन
पुरातत्व: निर्माणकाल- 1600 ई.
वास्तु:
स्वामित्व:
प्रबन्धन:
स्त्रोत: इंटैक
अन्य लिंक:
अन्य:
सावधानियाँ:
मानचित्र:
अद्यतन: 2009

शिव ताल / Shiv Taal

बनारस के राजा पटनीमल ने मथुरा के कई मन्दिरों का निर्माण कराया और जीर्णोद्धार कराया था। कहते है कि उसने नगर की जल की आवश्यकता की पूर्ति हेतु इस सुन्दर तालाब का निर्माण कराया और इसके पास शिव मन्दिर भी बनवाया था। यह विशाल ताल पक्का एवं काफ़ी गहरा है। यह मथुरा परिक्रमा मार्ग में आने वाले प्रमुख स्थानों में से एक है। परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु इस कुण्ड में स्नान करते हैं और कुण्ड के सामने स्थित अछलेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। भाद्रपद् की एकादशी के दिन सालाना मेला आयोजित किया जाता है।

वास्तु

यह चतुर्भुज आकार का कुण्ड 50 फ़ीट गहरा है। यह ऊँची दीवारों से घिरा हुआ है जिसके चारों कोनों पर छतरीनुमा छज्जे हैं, छोटा मेहराबदार दरवाज़ा है। तीन तरफ दीवारों के बीच में बंगलाधार छत है। चौथी तरफ पशुओं के पानी पीने के लिए ढलान है। कुण्ड के चारों तरफ दो-दो तक्षित तोरणपथ हैं जिनकी सीढ़ियाँ कुण्ड के बीच में उतरती हैं।

वीथिका

सम्बंधित लिंक

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