"आद्रदिर्शन" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
Maintenance (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - 'Category:संस्कृति कोश' to 'Category:कोश') |
Maintenance (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - '{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}' to '') |
||
पंक्ति २: | पंक्ति २: | ||
*आद्रदिर्शन व्रत [[मार्गशीर्ष]] की [[पूर्णिमा]] पर किया जाता है। | *आद्रदिर्शन व्रत [[मार्गशीर्ष]] की [[पूर्णिमा]] पर किया जाता है। | ||
*ऐसी मान्यता है कि [[नटराज]] (नाचते हुए [[शिव]]) के दर्शन के लिए लोग दौड़ पड़ते हैं और इसके लिए चिदम्बरम् में एक बड़ा उत्सव होता है। | *ऐसी मान्यता है कि [[नटराज]] (नाचते हुए [[शिव]]) के दर्शन के लिए लोग दौड़ पड़ते हैं और इसके लिए चिदम्बरम् में एक बड़ा उत्सव होता है। | ||
− | + | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
१४:०६, २१ सितम्बर २०१० के समय का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- आद्रदिर्शन व्रत मार्गशीर्ष की पूर्णिमा पर किया जाता है।
- ऐसी मान्यता है कि नटराज (नाचते हुए शिव) के दर्शन के लिए लोग दौड़ पड़ते हैं और इसके लिए चिदम्बरम् में एक बड़ा उत्सव होता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|